वाराणसी: कचहरी से संदहा तक सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया में पुलिस लाइन चौराहा से कचहरी चौराहे तक शेष मकानों को तोड़ने के लिए लोक निर्माण विभाग ने रविवार की सुबह बुलडोजर के साथ कार्रवाई शुरू की।
इस कार्यवाही के दौरान पुलिस की मौजूदगी भी सुनिश्चित की गई थी। एक दिन पहले ही विभाग ने ध्वस्तीकरण की सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। चौड़ीकरण की जद में आने वाले मकान मालिकों को लोक निर्माण विभाग द्वारा सूचना दी गई और मुआवजा भी वितरित किया जा रहा है।
शनिवार को पुलिस लाइन चौराहे पर सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया से पहले कैंट थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने ड्रोन सर्वेक्षण कराया था। इस सर्वेक्षण के माध्यम से मकानों और अतिक्रमण को चिह्नित किया गया। कई लोगों को स्वयं अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया ताकि उनका अधिक नुकसान न हो। कचहरी से संदहा तक सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया में 88 प्रतिशत मकानों को लोक निर्माण विभाग ने तोड़ दिया है।
पुलिस लाइन चौराहे से कचहरी चौराहे तक लगभग 300 मीटर की दूरी तक चौड़ीकरण की जद में आने वाले मकानों को तोड़ना अभी बाकी है। कुछ महीने पहले लोक निर्माण विभाग ने पोकलेन और जेसीबी के माध्यम से तोड़ने का प्रयास किया था, लेकिन वहां रहने वाले लोगों ने मोहलत मांगते हुए अंत में तोड़ने की प्रक्रिया को टाल दिया। उन्हें स्वयं तोड़ने के लिए कहा गया, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
इस कार्रवाई के पीछे का उद्देश्य सड़क चौड़ीकरण के माध्यम से यातायात की सुगमता को बढ़ाना है। स्थानीय निवासियों को इस प्रक्रिया के दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विभाग का मानना है कि यह कदम लंबे समय में सभी के लिए फायदेमंद साबित होगा।
लोक निर्माण विभाग द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, मुआवजे की प्रक्रिया भी जारी है, जिससे प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता मिल सके। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाए और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचा जाए।
इस प्रकार, कचहरी से संदहा तक सड़क चौड़ीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है, जिससे भविष्य में यातायात की स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है। विभाग की यह कार्रवाई स्थानीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सभी के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।
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